तू इसमें बैठा रहता है, निश-दिन काम करा लेता है ॥
तेरी गरिमा के गुण-गान, गाऊं दिल से मन में जान ॥ १॥ तेरे पूजन को भगवान ******
किसने जानी तेरी माया, किसने भेद तुम्हारा पाया ॥
तेरी लीला ईश महान, कराता नये नवेले काम ॥ २॥तेरे पूजन को भगवान *********
मैने जानी तोरी माया , मैने भेद आपका पाया ॥
आप हो सच्चाई की खान, सदा रहते हो अंतर्ध्यान ॥ ३॥ तेरे पूजन को भगवान ************
@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@
4 टिप्पणियां:
सुदंर ब्लॉग। लिखते रहिए। मेरे ब्लॉग पर भी आपका स्वागत है।
हिंदी लिखाड़ियो की दुनिया में आपका स्वागत । अच्छा लिखे। खूब लिखे। हजारों शुभकामनांए।
बहुत सुंदर...आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है.....आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे .....हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
सच कहा है
बहुत ... बहुत .. बहुत अच्छा लिखा है
हिन्दी चिठ्ठा विश्व में स्वागत है
टेम्पलेट अच्छा चुना है. थोडा टूल्स लगाकर सजा ले .
)
कृपया मेरा भी ब्लाग देखे और टिप्पणी दे
http://www.manojsoni.co.nr
एक टिप्पणी भेजें