बुधवार, 29 अक्तूबर 2008

दीप-मालिका-08

बाहर का उजियाला देखो अंतर्दीप जलाओ , मेरे प्यारे मित्रों निश-दिन दीपक ख़ुद बन जाओ ॥
मन मन्दिर का दीपक हमको संप्रभुता दिखलाता , बाह्य जगत के अन्धकार का दिग्दर्शन करवाता ॥
अपने दिल की दीप-मालिका सबको हर्षित करती , आठों प्रहर आनंद कराती सदा दिवाली लाती ॥
सभी नमस्ते इन्दो वाले तामायो को मिलते , तम-तमाट को दूर भगाते प्यार सबों को देते ॥
होली-दिवाली को मिलकर आनंदित हो जाते , एक दूसरे सहयोगी बन सुंदर कर्म कराते ॥

बुधवार, 15 अक्तूबर 2008

तारीख २६ ओक्टोबर २००८ जापान आयुर्वेद सोसाइटी
सायोनारा
सायोनारा , क्यो वा हितोमाजु सायोनारा,,
आयुर्वेद गा
क्काई नी, माता माईरिमासु सायोनारा.. स्थायी० ॥
सां
जुक्काई नो गाक्काई नी, ONE - DAY सेमिना आताराशिकू ,
इरोन्ना बेन्क्यो देकिमाशिता
, योकात्ता योकात्ता,,
माइतोशि माइतोशि त्सुजुकेमाशो, माता माईरिमासु सायोनारा..१ .. आताताकाई कान्गेई ओ , मिनासान् नी आगेमाशो ,
तोतेमो
उरेशी मिनासामा आताराशि आताराशि
वाकात्ता
,,
आयुर्वेद
गाक्काई नी, माता माईरिमासु सायोनारा.. २..
इनोचि तो केंको
तो इचिबान् , ओकाने वा नी नो त्सुगि का ,,
दाईसान्
फुफु नो सियावासे , ऐहोरे ओ = आइ होरे ,,
कामीसामा नो शुकु फुकु दे,
माता माईरिमासु सायोनारा..३..
गाक्काई मिनासामा हात्तें शी , ह्याकुसाईमादे इकिरारेमाशो ,,
आयुर्वेद केंक्यु ओ , निप्पोन् सेहु वा मितोमेमाशो ,,
ऐहोरे वा इनोरिमासु ,
क्यो वा हितोमाजु सायोनारा.. ४ ..
धन्यवाद ..फॉर ३० वीं अंनुअल मीटिंग ओसाका -ताकराज़ुका ..

शुक्रवार, 10 अक्तूबर 2008

निर्वाण / आत्म षट्क

मनो बुध्यहंकार चित्तानि नाहं, श्रोत्र जिव्हे घ्राण नेत्रे
व्योम भूमिर् तेजो वायुश् चिदानन्द रूपः शिवो/हं शिवो/ हम्

प्राण संज्ञो वै पंच वायुर् वा सप्त धातुर् वा पंचकोषः
वाक् पाणि पादो चोपस्थ पायुश् चिदानन्द रूपः शिवो/हं शिवो/ हम्

मे लोभ मोहौ मे द्वेष रागौ मदो नैव मे नैव मात्सर्य भावः
धर्मो चार्थो कामो मोक्षः चिदानन्द रूपः शिवो/हं शिवो/ हम्

पुण्यं पापं सौख्यं दुक्खं मंत्रो तीर्थँ वेदा यज्ञाः
अहं
भोजनं नैव भोज्यं भोक्ता चिदानन्द रूपः शिवो/हं शिवो/ हम्

मे मृत्युशंका मे जातिभेदः पिता नैव मे नैव माता जन्म
बन्धुर् मित्रं गुरुर्नैव शिष्यः चिदानन्द रूपः शिवो/हं शिवो/ हम्

अहं निर्विकल्पो निराकाररूपो विभुर्व्याप्य सर्वत्र सर्वेन्द्रियाणाम्
सदा मे समत्वं मुक्तिर् बन्धश् चिदानन्द रूपः शिवो/हं शिवो/ हम्